कांच के घरों में रहने वाले दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते
जो खुद कांच के घरों में रहते हैं, वह दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते। चाहे बात आम आदमी पार्टी की हो या कांग्रेस पार्टी की। उनके घर में जो गुटबाजी, खींचतान और सता की लालसा है, उससे सभी लोग भलिभांति परिचित है। जो पार्टी अपने चार सांसदों को ही ना संभाल सकी, उन्हें एकजुट नहीं रख सकी, वह पूरे पंजाब को साथ लेकर कैसे चलेंगे। अभी तो चुनाव हुए भी नहीं हैं पहले ही आम आदमी पार्टी से नेता निकल कर बाहर आ रहे हैं, और जैसे-जैसे दोष वह एक-दूसरे पर लगा रहे हैं, उससे साफ झलकता है कि इस पार्टी में ना कोई नियम है, ना कोई कायदा, ना कोई समझदारी और ना ही कोई राजनीतिक सूझ। फिर ऐसे नालायक हाथों में राज्य को सौंपने के बारे में कोई पंजाबी सोच भी नहीं सकता। जहां तक कांग्रेस पार्टी की बात है उसका राज देश ने भी देखा है और पंजाब ने भी। जो अब किसानों के हितैषी बनने का दम भर रहें है, जो अब दलित भाईचारे को अपनी बाहों में भरने की बात करते हैं, जब उनका राज था तब क्या घटनाएं नहीं घटी, यह हम भूले नहीं हैं। ना ही दिल्ली की दुखदाई घटनाएं भूले हैं, ना ही पंजाब के काले दिन और आज भी कांग्रेस में गुटबाजी तो शिखर पर है, जो अपने आप टुकड़ों में बंटे हों, वह सूबे को एकजुट कैसे रख पाएंगे। इसलिए ऐसे दल या उनके लीडर भाजपा पर टिप्पणी करने से पहले सौ बार सोचें। क्योंकि हमारी पार्टी अनुशासित पार्टी है, हम कतार में एकजुट होकर चलने वाले लोग हैं, हम प्रत्येक का मान-सम्मान करने वाले हैं। भाजपा के बीच में ना कोई गुटबाजी है, ना टिकटों को लंकर कोई मारा-मारी। विकास के काम जो 7 दशकों में कांग्रेस की सरकारें नहीं कर पाई है, वह काम नरेंद्र मोदी जी की अगवाई वाली सरकार ने कर दिखाया है। पंजाब में भाजपा पूरी तरह एकजुट है, एक सुर है और आगे बढऩे की सोच के साथ संगठन के रूप में आगे कदम बढ़ाने वाले लोग हैं। हमारी चिंता अमरिंदर या अरविंद केजरीवाल को करने की जरूरत नहीं है, वह अपना घर संभाले, हमें बोलने की जरूरत नहीं, हमारे तो काम ही बोलते हैं।
विजय सांपला
अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी, पंजाब
No comments:
Post a Comment