नई दिल्ली। शकील अहमद और रशीद मसूद के इंडियन मुजाहिदीन के गठन संबंधी बयान को कांग्रेस ने नामंजूर करते हुए इससे खुद को किनारा कर लिया है। गौरतलब है कि शकील अहमद और पार्टी सांसद राशिद मसूद ने अपने बयान में कहा था कि वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के परिणामस्वरूप इंडियन मुजाहिदीन [आइएम] की नींव पड़ी थी। उधर, संघ ने इस बयान के लिए शकील अहमद की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि वह इस तरह की बातें कर रहे हैं जैसे इंडियन मुजाहिदीन के प्रवक्ता हों। इस बारे में ट्विटर पर संघ के राम माधव ने कहा कि कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ऐसे व्यवहार कर रहे हैं जैसे वह उस संगठन के प्रवक्ता हों।
वहीं कांग्रेस की ओर से पार्टी प्रवक्ता रेणुका चौधरी से शकील अहमद के ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, यह पार्टी का नजरिया नहीं है। गौरतलब है कि इस टिप्पणी को लेकर रविवार को राजनीतिक विवाद पैदा हो गया था। उधर, रशीद मसूद की इसी प्रकार की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर भी रेणुका की यही प्रतिक्रिया थी।
हालांकि रेणुका ने दंगों के लिए गुजरात की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस प्रकार एक समुदाय विशेष को निशाना बनाया गया, वैसा कहीं देखने को नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि गुजरात में जो कुछ हुआ, जिस प्रकार एक समुदाय के लोगों को मारा गया, इस प्रकार की घटना कहीं किसी जगह नहीं हुई। शकील अहमद ने सोमवार को ट्विटर कर लिखा था कि इंडियन मुजाहिदीन का गठन गुजरात दंगों की वजह से हुआ। ऐसा एनआइए ने अपने आरोपपत्र में कहा है। उसके बावजूद भाजपा और संघ सांप्रदायिक राजनीति से बाज नहीं आ रहे हैं।
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